Wednesday, June 30, 2010

Shubh Aarogyam)Dhyan kisaraltam vidhiyan -2



नमस्ते भारतवर्ष
ध्यान की सरलतम विधियाँ -२
अ-हर कार्य को धीमी गति से रस लेतें हुए करें । पूरे साक्षी भाव के साथ , पूरी समग्रता के साथ । इससे तनाव निर्मित नहीं होता और मन शांत बना रहता है । दिनभर के कार्यों को पूरी समग्रता के साथ करें जिस समय जो कार्य करें उसी का आनंद लें ।
बी- जब मौन में पूर्णतया निश्चल ,साक्षी भाव से केवल अपने मन को देखेंगे तो धीरे -धीरे विचारों का आवागमन भी थमने लगेगा और विचार लुप्त-प्राय: होने लगेंगे ।
सी - इस प्रकार हम चेतना के उच्चतम शिखर प़र पहुँचाने लगेंगे जंहा प़र केवल पवित्र ध्वनि गूँज रही होगी । हमारे अस्तित्व की ध्वनि, हमारे आकाश की ध्वनि ..............
डॉस्वीट  एंजिल
DIRECTER & FOUNDER SHUBH AAROGYAM
The spiritual Reiki healing & training center
DELHI

5 comments:

Anonymous said...

good

HEALINING TOUCH said...

really very educational

Raj Shukla said...

seen ur new pic at FB
aur khoobsoorat ho gayi ho

Anonymous said...

bas itna jaan ta hoon tum ek bahot achchi dil ki ho and bahot hi loving ho
cute gorgeous naughty and hottie

Anonymous said...

you know hugs make us feel soo good
close your eyes.........
and releve ur body like a fether and feel the emotions and cozy warmth..........