show details 1:58 PM (3 minutes ago)
कुछ देर सिमट कर जी लूं मैं,
तुम्हारे मखमली आगोश में,
कुछ देर मचल कर अंगड़ाई लूं मैं,
महकती गर्म साँसों के घेरे में,
सहमी तर तराई इस ख़ुशी को ,
समेट लो अपने बाजुओं में ,
टिकी रहे देर तक मुझ प़र,
भुला दे,जो मुझसे मुझको,
मादकता में बहके हम दोनों,
खों जाएँ एक-दूसरे में.....................
डॉ.शालिनीअगम
व्व्व.aarogyamreiki.com
कुछ देर सिमट कर जी लूं मैं,
तुम्हारे मखमली आगोश में,
कुछ देर मचल कर अंगड़ाई लूं मैं,
महकती गर्म साँसों के घेरे में,
सहमी तर तराई इस ख़ुशी को ,
समेट लो अपने बाजुओं में ,
टिकी रहे देर तक मुझ प़र,
भुला दे,जो मुझसे मुझको,
मादकता में बहके हम दोनों,
खों जाएँ एक-दूसरे में.....................
डॉ.शालिनीअगम
व्व्व.aarogyamreiki.com
5 comments:
GOOD GOING SHAAAAAAAAA
DR.SHALINI THIS IS REALY HEART TOUCHING
very nice.........
keep it up dr. shaliniagam
धन्यवाद आदरणीय
Post a Comment